30 जस्यानी वाँकी कूँपळा फूटे, तो थाँ देकन खुदई जाण लो के, उनाळो आबावाळो हे।
“अंजीर का रूँकड़ा की ईं केणीऊँ हिक लेवो। जदी वाँकी डाळयाँ कँवळी वे जावे, अन वींपे कूँपळा फूटबा लागे, तो थें जाण जावो के, उनाळो आबा में हे।
ईसू हेंचेत करता रेवे हे के, “थाँ खुदई जाणो लो के, हाँच कई हे?
ईसू वाँने एक केणी भी क्यो के, “अंजीर का रूँकड़ा ने अन हाराई रूँकड़ा ने देको।
ओ देकबा का वाते के, थाँ विस्वास का हाते जीरिया हो खुद ने परको। अन खुद की जाँच पड़ताल करो कई थाँ खुद ने जाणो के, ईसू मसी थाँका मयने हे। यद्याँ अस्यान ने वेतो तो थाँ जद्याँ परक्या ग्या हाँ तद्याँ खरा ने ने निकळता।