18 पण, थाँका माता को एक बाल भी वाँको ने वेई।
अन अटा तईं के, वणा थाँका माता का एक-एक बाल भी गण्या तका हे।
अन देको, थाँका माता का एक-एक बाल तक गण्या तका हे। अणी वाते दरपो मती। थाँ तो नरी सरकल्याऊँ घणा किमती हो।”
अन मारा नाम का पाच्छे चालबा की वजेऊँ घणा लोग-बाग थाँकाऊँ दसमणी राकी।
ईं वाते थाँकाऊँ अरज करूँ हूँ के, कई खालो, जणीऊँ थाँ बंच सको, काँके थाँकामूँ किंको भी एक भी बाल वाको ने वेई।”