41 पसे ईसू वाँकाऊँ क्यो, “थाँ मसी ने दाऊद को वंस काँ केवो हो?
अबराम का बेटा, दाऊद का बेटा ईसू मसी की वंसावली को बखाण अस्यान हे,
जद्याँ ईसू वटूऊँ आगे जाबा लागो, तो दो आन्दा वाँका पाच्छे वेग्या अन केबा लागा, “हे दाऊद का पूत, माकाँ पे दया करो।”
कई सास्तर में यो ने लिक्यो हे के, मसी दाऊद का बंसऊँ अन बेतलेम गामऊँ आई, जटे राजा दाऊद रेतो हो?”
पण, वो एक परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळो हो अन जाणतो हो के, परमेसर वींने अस्यान बचन दिदो के, वो वींका बंसऊँ किंने भी एक जणा ने आपणी गाद्दी पे बेटाई।
“मूँ, ईसू थाँका वाते, मण्डळ्याँ का वाते, अणा बाताँ की गवई देबा का वाते मारो हरग-दुत खन्दाऊँ हूँ। मूँ दाऊद के परवार को वंसज हूँ। मूँ हवेर को चमकतो तको तारो हूँ।”