पण पोलुस अन बरनबास बनाई दरप्या क्यो, “ओ जरूरी हे के, परमेसर का बचन सबऊँ पेल्याँ थाँने हूणावाँ, पण थाँकाणी वाँने नकारता तका खुद ने अमर जीवन जीबा के जोगा ने हमज्या। ईं वाते माँ अबे यहूदियाँ ने छोड़न जो यहूदी ने हे वाँका नके जारिया हा।
कदी भी अस्यान ने वेवे, यद्याँ हाराई मनक जूटा हे, तो भी परमेसर हाँचा हे। जस्यान सास्तर में लिक्यो तको हे के, “जणीऊँ थूँ थाँरी बाताँ में धरमी वेवे अन न्याव करती टेम में थूँ जे पावे।”
तो पछे ईंको कई मतलब व्यो के, ज्यो सई हे वोईस मारी मोत की मस व्यो? हाँची में ने। पण पाप वीं हव आदेस का जरिये मारी मोत को कारण ईं वाते बण्यो के, पाप ने ओळक्यो जा सके। ताँके नेमा का आदेस का जरिये वो पाप ओरी हेलो पाप बड़ग्यो।
तो आपाँ कई केवाँ? कई नेम पाप हे? कदी ने हे। काँके यद्याँ नेम ने वेता तो मूँ जाण ने पातो के, पाप कई वेवे हे? यद्याँ नेम ने बताता के, लोब मती करो, तो हाँची में मूँ जाणीई ने पातो के, लोब कई हे?
कई थाँ ने जाणो हो के, थाँकी देह खुद ईसू मसी का गट-जोड़ में हे? तो कई मूँ वाँने ज्यो मसी का अंग हे, वाँने कस्यी वेस्या का अंग बणऊँ मूँ कदी अस्यो ने करूँ।
तो पछे ईंको कई मतलब हे, कई नेम परमेसर का वादा का हामे हे? कदी ने हे, काँके यद्याँ अस्या नेम दिदा जाता जीं जीवन दे सके हे। तो हाँची में नेमईस परमेसर का हामे धरमी बणाबा को सादन बण जाता।