अन आपणाँ नगर नासरत में आन यहूदी परातना घर में अस्यो उपदेस देबा लागो के, मनक अचम्बा में पड़न केबा लागा, “ईंने अस्यी अकल अन तागत का काम करबा की सगती कटूँ मली?
जदी मुक्य याजकाँ अन मूसा का नेमा ने हिकाबावाळा ओ हुण्यो, तो वींने मारबा को गेलो होदबा लागा। पण वे वाँकाऊँ दरपता हा, काँके हारई मनक वाँका उपदेसाऊँ अचम्बा में पड़ जाता हा।