36 असेर गोत में फनुएल की बेटी परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळी ही। वींको नाम हन्ना हो अन वाँ डोकरी ही। वाँ पन्याँ केड़े आपणाँ धणी का लारे खाली हात वर तईं री ही।
वीं टेम में वाँ भी वटे अई। वणी परमेसर को धन्नेवाद दिदो अन ज्यो मनक यरूसलेम ने छुड़ाबा की वाट नाळरिया हा। वणा हाराई ने बाळक ईसू का बारा में बताबा लागगी।
पण एक लुगई ज्या उगाड़े माते परातना करे कन परमेसर का आड़ीऊँ बोले हे, वाँ आपणाँ धणी को मान गटावे हे ज्यो वींको मातो हे, वाँ वणी लुगई के जस्यान हे जिंकी टाट कड़ई दिदी वे हे।
एक मण्डली को परदान बना दोसवाळो वेणो छावे, वींके एकीस लुगई वे, खुद ने बंस में राकबावाळो, धीरज करबावाळो अन मरयादा में रेबावाळो, वो आपणाँ घर में अणजाण की भी आवभगत करे, वो हिकावाबाळा वेवे।