हरग-दुत वींने क्यो के, “मूँ जिबराईल हूँ। अन हमेस्यान परमेसर का हामे हाजीर रूँ हूँ। अन वणा मने थाँराऊँ बात करबा का वाते अन ओ हव हमच्यार केबा के वाते खन्दायो हे।
मूँ हाराई पुवितर मनकाँऊँ फोरो हूँ, पण मारा पे आ करपा वीं के, मूँ मसी का अनमोल धन ने ज्यो हमजऊँ बारणे हे वींका हव हमच्यार ने ज्यो यहूदी ने हे वाँ लोगाँ ने हूणाऊँ