33 जद्याँ वी गदेड़ी का बाछरा ने खोलरिया हा, तो वींके मालिक वणाऊँ पूँछ्यो, “ईं गदेड़ी का बच्या ने काँ खोलरिया हो?”
जी अणी काम का वाते खन्दाया ग्या हा। वणा जान जस्यो वाँने क्यो हो वस्योईस वणा वटे पायो।
वणा वींकाऊँ क्यो, “परबू जी के, ओ बाछरो छारियो हे।”