2 अन वटे जक्कई नाम को एक मनक हो, ज्यो चुंगी लेबावाळा हो अन वो घणो रिप्यावाळो हो।
फिलिपुस, अन बरतुलमे, थोमो, चुंगी लेबावाळो मत्ती, हलफई को छोरो याकूब, अन तद्दे
जद्याँ ईसू यरीहो नगर में वेन जारिया हा।
वो ईसू का दरसण करणो छावतो हो के, “वीं कस्याक दिके हे?” पण भीड़-भाड़ का मस वो देक ने सकतो हो, काँके वो ठेगणो हो।
जद्याँ ईसू वणी जगाँ पूग्यो, तो ऊपरे देकन वणीऊँ क्यो, “ए जक्कई फटा-फट रेटे उतर, काँके आज मने थाँरा घर में रकणो घणो जरूरी हे।”