16 पण ईसू छोरा-छोरी ने नके बलान चेलाऊँ क्यो, “छोरा-छोरी ने मारा नके आबा दो अन अणाने रोको मती, काँके परमेसर को राज अस्याकोईस हे।
पण ईसू क्यो, “छोरा-छोरी ने मारा नके आबा दो, अन अणाने तापड़ो मती, काँके हरग को राज अस्याईस को हे।”
एक दन लोग-बाग आपणाँ छोरा-छोरी ने ईसू का नके लाबा लागा के, वी वाँका ऊपरे हात मेलन आसिरवाद दे, पण वाँका चेला यो देकन वाँने तापड़वा लागा।
मूँ थाँकाऊँ केवूँ हूँ के, ज्यो कुई परमेसर का राज ने छोरा-छोरी का जस्यान ने मानी, वी कदी वींमें ने जाई।”
काँके ओ वादो थाँका वाते, थाँका छोरा-छोरी अन वाँ हंगळा जणा के वाते जो नरई छेटी हे, अन वाँ हाराई लोगाँ का वाते ज्याँने परमेसर आपणाँ नके बलावे हे।”
हो विस्वासी भायाँ थाँ थाँकी होच-हमज में बाळक मती बणो। बुरो करबा का वाते तो बाळक बण्या तका रेवो पण होच-हमज में हमजदार बणो।
काँके अस्यो धणी ज्यो विस्वास ने राके हे, वो आपणी विस्वासी लुगई का मस परमेसर ने भावे हे अन अस्यी लुगई ज्या विस्वास ने राके हे, वाँ आपणी विस्वासी धणी का मस परमेसर ने भावे हे, ने तो थाँकी ओलाद असुद वेती, पण अबे तो वीं पुवितर हे।
जस्यान नुवो जनम लिदो तको बाळक माँ का खरा दूद की मनसा करे हे वस्यानीस थाँ आत्मिक दूद की मनसा राको, जणीऊँ थाँकी आत्मिक बड़ोतरी वे सके अन बंचाया जा सको।