वीं मने नरई पेल्याऊँ जाणे हे, यद्याँ वीं गवई देणा छावे, तो वे आ गवई दे सके के, मूँ सरुआतऊँ एक फरीसी वेन आपणाँ धरम का हंगळाऊँ खरा पन्त के जस्यान जीवन जियो हो।
मूँ आट दन को व्यो अन मारो खतनो व्यो। मूँ इजराएल का बंस अन बिन्यामीन की गोत को हूँ। जनमजातऊँ इबरानी हूँ, जद्याँ मूसा का नेमा ने मानबा का बारा में केवो तो पको फरीसी हूँ।