9 कई वींको क्यो करबा के केड़े वो वणी दास की बड़ई करी?
अणी तरियाँ थाँ भी जद्याँ वणा हाराई कामाँ ने कर नाको। ज्याँकी आग्या थाँने दिदी गी हे, तो अस्यान केज्यो के, ‘माँ तो हुदा-हादा दास हा, ज्यो माँने करणो छावे वोईस माँ किदो।’ ”
‘कई वो वणीऊँ यु ने केई? मारा खाबा का वाते कई बणा अन त्यार वेन जतरे मूँ खाणो खा ने लूँ, वतरे मारी चाकरी करतो रे, ईंका केड़े थूँ खाणो खई लेज्ये’?