मनक का पूत ने तो मरणोइस हे, जस्यान वाँका वाते लिक्यो हे, पण ज्यो मनक का पूत ने पकड़ाई, वींका वाँते घणी दुक बात वेई। वीं मनक के वाते आ बात घणी हव वेती, जदी वो जनमई ने लेतो।”
पण ज्यो कुई ईं फोरामूँ कणी एक ने ज्यो मारा पे विस्वास राके हे, वींने पाप का गेला में लेजाई तो वींका वाते यो हव हे के, वाँकी गेंटी में एक गाणी को पाट बाँदन समन्द में फेंक देणो छावे।
पण में अणा बाताँ ने काम में भी ने लिदी अन में ईं बाताँ अणी वाते ने लिकी के, मारा वाते अस्यान किदो जावे। जणी बात को मने मेपणो हे वींने माराऊँ कुई कोस ले अणीऊँ पेल्याँ तो मने मरणो हव हे।