10 अणी तरियाँ थाँ भी जद्याँ वणा हाराई कामाँ ने कर नाको। ज्याँकी आग्या थाँने दिदी गी हे, तो अस्यान केज्यो के, ‘माँ तो हुदा-हादा दास हा, ज्यो माँने करणो छावे वोईस माँ किदो।’ ”
ईं वाते ईं बना काम का दास ने बारणे अंदारा में नाक दो, जटे हाका-भार अन रोवणो वेवे।’
पसे अस्यान व्यो के, वीं यरूसलेम में जाती दाण सामरिया अन गलील का बचमें वेन जारिया हा।
कई वींको क्यो करबा के केड़े वो वणी दास की बड़ई करी?
“परमेसर ने कणी कई दिदो? के वो वींने पाछो देवे।”
हाराई का हाराई परमेसर का गेलाऊँ भटकग्या हे, वीं हाराई बुरा बणग्या हे, कुई भलई करबावाळो ने हे एक भी ने हे।
एक टेम ही, जद्याँ वो थाँरे कणी काम को कोयने हो, पण अबे वो थाँरे ने पण मारे दुयाँ के नरोई काम को हे।