26 ईं वाते अबे मारे अन थाँरा बचमें एक घणो ऊण्डो खाड़ो राक्यो ग्यो हे के, अटेऊँ कुई भी वीं पाल्ड़े जाणो भी छावे तो ने जा सकी अन वटाऊँ कुई ईं पाल्ड़े मारा नके आवणो छावे, तो भी वो ने आ सकी।”
पण अबराम वणीऊँ क्यो, “हे बेटा, याद कर के, थें आपणाँ आकाई जीवन में हारी हव चिजाँ को भोग कर नाक्यो हे अन अणीस तरिया लाजर खराब चिजाँ को किदो। पण, अबे यो अटे सान्ती पारियो हे अन थूँ दुक में पड़न तड़परियो हे।
अन वीं सेतान ने ज्यो वाँने भरमातो हो, वीं वादी का कुण्ड में जिंका में वीं डरावणा जनावराने अन वींका जूटी आगेवाणी करवावाळा नाक्या ग्या हा, वींने भी नाक दिदो जाई, जिंमें वीं हमेस्यान दन रात तड़पता रेई।