अन हे कफरनूम, कई थूँ बच्यार करे हे के, थने हरग में उटायो जाई? थूँ तो पाताळ में नाक्यो जाई। जीं अचम्बा का काम थाँरा में किदा ग्या, यद्याँ सदोम में किदा जाता, तो वटा का मनक आपणाँ मना ने पापऊँ फेर लेता अन आज तईं वो नगर बस्यो तको रेतो।
यद्याँ थारी आँक थने पाप में नाके, तो वींने काड़न फेंक दे, काण्यो वेन अनंत जीवन में परवेस करणो थाँका वाते हव हे के, दो आक्याँ रेता तका थूँ नरक की वादी में नाक्यो जावे।
पण मूँ थाँकाऊँ यो केऊँ हूँ के, ज्यो कुई आपणाँ भई पे रीस करी, वो सबा में दण्ड के जोगो मान्यो जाई। ज्यो कुई आपणाँ भई ने बेजत करी वींने मोटी सबा में दण्ड के जोगो मान्यो जाई। ज्यो कुई आपणाँ भई ने हराप देवे हे, वो नरक की वादी के जोगो वेई।
यद्याँ थाँकी जीमणी आँक थाँने पाप में नाके, तो वींने काड़न फेंक दे, काँके थाँका वाते यो हव हे के, थाँका अंग मूँ एक नास वे जावे अन थाँको पूरो सरीर नरक में ने नाक्यो जई।
काँके परमेसर वणा हरग दुताँ ने जी पाप करिया हा, वाँने भी ने छोड़्या अन वाँने पाताळ में अंदारा की कोटड़ी में नाक दिदा हे, ताँके वीं न्याववाळा दन तईं वटे पड़्या रे।
अन वीं सेतान ने ज्यो वाँने भरमातो हो, वीं वादी का कुण्ड में जिंका में वीं डरावणा जनावराने अन वींका जूटी आगेवाणी करवावाळा नाक्या ग्या हा, वींने भी नाक दिदो जाई, जिंमें वीं हमेस्यान दन रात तड़पता रेई।