“ओ यरूसलेम, ओ यरूसलेम, थूँ ज्यो परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळा ने मार नाके हे अन ज्यो थाँरा नके आवे हे वाँका ने भाटा मारे हे। कतरी दाण में यो छायो हो के, जस्यान कूकड़ी आपणाँ बच्या ने आपणाँ फाकड़ा का रेटे भेळा करन राके हे, मूँ भी वस्यानीस थाँरा मनकाँ ने भेळा करूँ, पण थें यो ने छायो हो।
वणी आपणाँ बापू ने क्यो के, ‘देको, मूँ अतरा सला वेग्या थाँकी हाँचा मनऊँ सेवा कररियो हूँ अन कदी भी थाँका हुकम ने ने टाळ्यो हे, तद्याँ भी थाँ मने एक बकरी को बच्यो भी ने दिदो हे के, मूँ आपणाँ हण्डाळ्याँ का हाते आणन्द मनातो।
यो देकन, वो फरीसी जणी वींने बलायो हो, आपणाँ मन में होचबा लागो, “यद्याँ यो परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळो वेतो तो जाण लेतो के, वाँ कस्यी अन कूण लुगई हे? के, वा तो पापी लुगई हे।”
तो वटने यहूदियाँ, जानी-मानी लुगायाँ जणी यहूदी धरम ने मान लिदो हो अन नगर का मुक्या ने उकसाया, तो वे पोलुस अन बरनबास पे अन्याव करन हताबा लागा अन दरपाता तका जोरावरीऊँ वाँने आपणाँ अटूँ बारणे निकाळ दिदा।
वीं मनक जी यहूदी ने हे, वाँने बंचाबा को हव हमच्यार हुणाबा का वाते आपाँने रोके हे। अस्यान करबाऊँ वाँका पाप को घड़ो भरियो हे अन परमेसर को परकोप वाँका पे आग्यो हे।