5 ईंका केड़े वणी क्यो, “थाँकामूँ किंको बेटो कन बळद कूण्ड़ा में पड़ जावे तो थाँकाऊँ कूण अस्यो हे के, ज्यो वींने सबद का दन तरत बारणे ने काड़े?”
यो हूँणन परबू क्यो, “ओ कपट राकबावाळा, कई आराम का दन में थाँकामूँ कूण आपणाँ बळद ने कन गदा ने खूँटाऊँ खोलन पाणी पावा ने ले जावे हे?
पण, वीं छानारिया। ईसू वींके हात लगान वींने हव किदो अन जाबा दिदो।