31 “अस्यो कुई राजो वेई ज्यो कणी दूजाँ राजा का विरोद में लड़ई करबा ने जावे अन पेल्याँ ओ बेटन बच्यार ने करे के कई, आपणाँ दस हजार सपई लेन वणा बीस हजार सपई को आपाँ सामनो कर सका के ने?
‘अरे देको अणी मनक ईंने बणाणो सरू तो किदो पण ईंने पूरो ने कर सक्यो।’
ने तो वो राजा थोड़ाक छेटी रेता तकाई, आपणाँ दुताँ ने खन्दान मेल-मिलाप करणो छाई।