पण आपणाँ में जड़ ने पकड़बा का मस वीं थोड़ाक दनईस रेवे हे, अन जद्याँ परमेसर पे विस्वास करबा की वजेऊँ मनक वाँकाऊँ हव वेवार ने राके अन हतावे तो वीं विस्वास करणो छोड़ देवे हे।
ईसू हुदा वींका आड़ी नाळ्या अन वींने लाड़ऊँ देकन क्यो, “थने एक ओरी काम करणो हे, ज्यो भी थाँरा नके हे, वींने बेचन गरीबा में बाँट दे। हरग में थने खजानो मली, पछे थूँ आ अन मारा पाच्छे वेजा।”
वाँने कुरेन को रेबावाळो सिमोन नाम को एक मनक गेला में मल्यो, वो गाममूँ नगर में आरियो हो। वो सिकन्दर अन रूपूस को बाप हो। सपायाँ वींने दरपान क्यो के, वो ईसू की हूळी तोकन चाले।