25 जद्याँ घर को मालिक पोळ का कमाड़ बन्द कर देवे अन थाँ बारणे ऊबा वेन पोळ की हाँकळ वजान केवो, ‘ओ स्वामी जी, माकाँ वाते कमाड़ खोल दो।’ “वो जबाव दे के, ‘मूँ थाँने ने जाणूँ हूँ अन थाँ कटा का हो?’
काँके परमेसर केवे हे के, “जद्याँ थाँकी मदत करबा को टेम आयो तो में थाँकी हुण लिदी अन मूँ बंचाबा का दन थाँकी मदत किदी।” देको “सई टेम” याईस हे अन देको “बंचाबा को दन” भी योईस हे।
थाँ तो जाणो हो, ईंका पछे जद्याँ वणी आसीस पाबा की आस किदी, तो वींने नकार दिदो ग्यो, अन वणी रो-रोन ज्यो वणी किदो हो वणीऊँ मन फेरवा को मोको होद्यो, पण वींने ने मल्यो।