कागला पे ज्यान दो के, वी ने तो कई बावे हे, अन ने काटे हे अन ने वाँका नके बकारिया वेवे हे, तुई परमेसर वाँने पाळे हे। पण थाँको मोल तो जीव-जनावराऊँ घणो हेलो हे।
काकड़ का फुल पे ज्यान दो के, वी कस्यान मोटा वेवे हे? वी ने तो काम करे हे। अन नेई काते हे। तद्याँ भी मूँ थाँकाऊँ केवूँ हूँ के, सुलेमान भी आपणाँ हाराई वेभव में वणाऊँ कणी एक तरिया गाबा ने पेरी राक्या हा।