ईं वाते अबे मारे अन थाँरा बचमें एक घणो ऊण्डो खाड़ो राक्यो ग्यो हे के, अटेऊँ कुई भी वीं पाल्ड़े जाणो भी छावे तो ने जा सकी अन वटाऊँ कुई ईं पाल्ड़े मारा नके आवणो छावे, तो भी वो ने आ सकी।”
हो भायाँ-बेना, थाँका वाते माँने परमेसर ने धन्नेवाद देतो रेणो छावे अन ओ सई भी हे, काँके थाँको विस्वास घणो बड़तो जारियो हे, अन थाँको हाराई को परेम एक-दूँजा में घणो फल-फुलरियो हे।