55 जद्याँ थाँ लंकव आड़ीऊँ वइरो चाले हे, तो केबा लागो हो के, ‘लूँ वाजी’ अन अस्योईस वेवे हे।
‘ईं पाच्छे आबावाळा तो एक घड़ी काम किदो, अन थाँ वाँने माकाँ जस्यानीस बणा दिदा, पण माँ तो दन भर बोज तोक्यो अन तावड़ा में तपयाँ।’
पण जद्याँ थूँ दान करे, तो ज्यो थारो जीमणा हात करे हे, वींकी थाँरा डावा हात ने खबर ने पड़णी छावे।