53 बाप बेटाऊँ अन बेटो बापऊँ विरोद राकी। बई बेटीऊँ अन बेटी बईऊँ अन हवजी लाड़ीऊँ अन लाड़ी हवजीऊँ विरोद राकी।”
मूँ बेटा ने आपणाँ बाप का विरोद में, बेटी ने बई का विरोद में, लाड़ी ने हवजी का विरोद में करबा ने आयो हूँ।
तद्याँ नरई मनक विस्वास करणो छोड़ देई, अन एक दूजाने धोकाऊँ पकड़वाई अन एक-दूजाऊँ दसमणी राकी।
अबेऊँ एक घर में पाँच जणा एक-दूजाऊँ विरोद राकी। तीन जणा दो जणाऊँ अन दो जणा तीन जणाऊँ।