22 पसे ईसू आपणाँ चेलाऊँ क्यो, ईं वाते मूँ थाँकाऊँ केवूँ हूँ के, आपणाँ जीव की चन्ता-फिकर मती करज्यो के, “आपाँ कई खावा? आपाँ कई पेरो?
“जद्याँ मनक थाँने यहूदी पंचात में, हाकम का हामे अन अदिकारियाँ का हामे लेजाई, तो चन्ता मती करज्यो के, थाँ आपणो बचाव कस्यान करो कन थाँने कई केणो पड़ी।
काँके खाणाऊँ जीव अन कपड़ाऊँ सरीर घणो खास हे।
अन थाँ ईं बात की खोज में मती रेवो के, कई खावा अन कई पिवाँ अन नेई ईंका बारा में होचन चन्ता करो।
मूँ छावूँ हूँ के, थाँ चन्ताऊँ छेटी रेवो। एक कुँवारो मनक परबू की बाताँ की चन्ता में रेवे हे के, कस्यान परबू ने राजी करे।
कणी भी बात की चन्ता मत करो पण थाँकी हारी अरज अन विनती धन्नेवाद का हाते परमेसरऊँ करता जावो।
आपणाँ जीवन में धन का लाळचऊँ छेटी रेवो। ज्यो थाँका नके हे, वींमेंईस सबर राको, काँके परमेसर क्यो हे, “मूँ थाँने कदी ने छोड़ूँ, मूँ थाँने कदी ने त्यागूँ।”