वी हाराई वींने पकड़बा की ताक में रेवा लाग्या के, वो कई गलती करे, ईं वाते वणा वींका वाते भेदू खन्दाया। वणा खरा वेबा का नाटक रच्यो, ताँके वींने बाताँ में फसान राजपाल अन अदिकारियाँ का हाताँ में हूँप दे।
पण थाँ वाँको केणो मानज्यो मती, काँके वाँका मूँ चाळीऊँ हेला जणा पोलुस ने मारबा वाते वाट नाळरिया हे। वणा होगन खादा हे के, जद्याँ तईं पोलुस ने मार ने नाके तद्याँ तईं ने कई खावा अन ने पिवाँ, अबाणू वीं त्यार वेग्या हे अन थाँके फेसला की वाट नाळरिया हे।”