5 पसे ईसू वाँकाऊँ क्यो, “थाँका मेंऊँ कूण अस्यो हे के, वींके एक दोस्त वेवे अन वो आदी रात में वींका नके जान वणीऊँ केवे के, ‘दोस्त मने तीन रोट्याँ दिदे,
अन माकाँ पाप माप करो काँके, माँ भी माकाँ हाराई गुनेगाराँ ने माप किदा हे माँने अस्यी तागत देज्यो ताँके, माँ हारी तरिया की परक को सामनो कर सका।”
काँके एक मनक मारा घरे रात रक्यो हे अन वींकी मनवार करबा का वाते मारा नके कई ने हे।’