49 ईं वाते परमेसर को ग्यान भी केवे हे के, ‘मूँ वाँका नके परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळा अन खन्दाया तका ने खन्दाऊँ। पसे वीं वाकामूँ वीं करता ने तो मार नाकी अन नरई ने हताया करी।’
अन जद्याँ थाँरा गवा इस्तीपनुस ने माररिया हा, वीं दाण मूँ भी वटीस ऊबो हो अन में भी वींमें हात दिदो। जीं लोग वींने माररिया हा वाँका गाबा की रुकाळी कररियो हो।”
अन परमेसर का आड़ीऊँ थाँ ईसू मसी में हो, मसी ज्यो परमेसर का आड़ीऊँ आपणाँ वाते ग्यान ठेरियो अन वींका वजेऊँ आपाँ परमेसर का हामे सई अन पुवितर मनक बण्या अन आपाँने छुटकारो मल्यो।
वाँकाणी किंनेई तो थरप्या तका वेबा का वाते, अन किंनेई परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळा, किंनेई तो हव हमच्यार हुणाबावाळा, अन किंनेई तो परमेसर का मनकाँ का गवाळ अन किंनेई हिकाबावाळा बणाया।
काँके अणा मनकाँ थाँका दासा अन थाँका आड़ीऊँ बोलबावाळा को लुई वेवाड़्यो हे। थाँ न्याव करबावाळा हो, थाँ वाँके पिवा का पाणी ने लुई बणा दिदो, काँके वीं अणीईस जोगा हे।”