31 पसे अस्यान व्यो के, वणीस गेलाऊँ एक याजक जारियो हो। जद्याँ वणी वीं मनक ने देक्यो तो मुण्डो फेरन परोग्यो।
ईसू वणीऊँ क्यो, “देको, एक मनक यरूसलेमऊँ यरीहो जारियो हो, तो डाकू वींने गेर लिदो अन वणा हारोई वींपूँ कोस लिदो अन वींने नांगो कर दिदो। अन कूटन अदमरियो करन पराग्या।
अणीस तरिया मन्दर में सेवा करबावाळो लेवी समू को मनक भी वणीस गेले आयो। वो भी वींने देकन परोग्यो।