22 “मने मारा बापू हारोई हूँप दिदो हे अन कुई भी ने जाणे हे के, बेटो कूण हे? अन बाप अन बेटो कूण हे? यो भी कुई ने जाणे हे कन पसे वाँके अलावा ज्याँने बेटो बताणो छारियो हे।”
“मारा परम बापू मने हारोई हूँप्यो हे, परमेसर के अलावा कुई बेटा ने कोयने जाणे हे, अन ने कुई बेटा के अलावा परमेसर ने जाणे हे, पण अबे वीं मनक परमेसर ने जाणे हे जाँने बेटो बतावे हे।
ईंका केड़े अणी दनियाँ को अंत वेई, मसी हाराई राज करबावाळा राजा ने अन अदिकारियाँ ने अन हारी सगत्याँ ने नास करन आपणो राज परमेसर बापू का हाताँ में हूँप देई।
काँके परमेसर क्यो हो के, “अन्दारा में उजितो चमकी” अन वोईस आपणाँ हरदा में चमक्यो हे, जणीऊँ आपाँने ईसू मसीऊँ परमेसर की मेमा का वाते ग्यान को उजितो मल सके।
अन वींका हाताँ में आपणाँ हाराई अदिकार दे दिदा।” परमेसर हारोई वींके अदिकार में कर दिदो अन आपणाँ नके कई भी ने छोड़्यो ज्यो वींके अदिकार में ने हो। तद्याँ भी आजकालाँ आपाँ वींके अदिकार में कई ने देका हा।
अणी बात ने भी आपाँ जाणा हाँ के, परमेसर का बेटा ईसू मसी आया अन आपाँने हमज दिदी, जणीऊँ हाँचा परमेसर ने जाण सका अन आपाँ वींके हाते रेवा ज्यो हाँचो हे मतलब वींका बेटा ईसू मसी का हाते। योईस हाँचो परमेसर अन अनंत जीवन देबावाळो हे।
ज्यो मनक परबू की हिकऊँ न्यारो वे जावे हे, वो परमेसर का नके ने जा सके, पण ज्यो भी मनक मसी की हिक ने माने हे, वींके नके बापू परमेसर अन वींको बेटा दुई रेवे हे।