वाँकाऊँ मती दरपो, ज्यो बेस थाँने मार कर सके हे पण थाकी आत्माने नास ने सके हे, बेस वीं परमेसरऊँ दरपज्यो ज्यो सरीर अन आत्मा दुयाँ ने नरक में नाकन नास कर सके हे।
अन हे कफरनूम, कई थूँ बच्यार करे हे के, थने हरग में उटायो जाई? थूँ तो पाताळ में नाक्यो जाई। जीं अचम्बा का काम थाँरा में किदा ग्या, यद्याँ सदोम में किदा जाता, तो वटा का मनक आपणाँ मना ने पापऊँ फेर लेता अन आज तईं वो नगर बस्यो तको रेतो।
“थाँ अबराम, इसाक, याकूब अन नरई परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळा ने परमेसर का राज में देको, पण यद्याँ थाँने परमेसर का राजऊँ बारणे काड़ दिदा जाई, जटे तो बेस रोवणो अन दात पिसणाईस वेई।
काँके परमेसर वणा हरग दुताँ ने जी पाप करिया हा, वाँने भी ने छोड़्या अन वाँने पाताळ में अंदारा की कोटड़ी में नाक दिदा हे, ताँके वीं न्याववाळा दन तईं वटे पड़्या रे।