पछे जदी वींका ग्यारई चेला रोट्याँ खारिया हा, ईसू वाँका मुण्डागे परगट व्या अन वे वाँने वाँका बना विस्वास, कल्डा मन के वाते फटकारिया, काँके वणा वाँका हमच्यार को विस्वास ने किदो हो, जणा ईसू ने जीवता व्या केड़े देक्या हा।
हरग-दुत वींने क्यो के, “मूँ जिबराईल हूँ। अन हमेस्यान परमेसर का हामे हाजीर रूँ हूँ। अन वणा मने थाँराऊँ बात करबा का वाते अन ओ हव हमच्यार केबा के वाते खन्दायो हे।
वाँको वादो अन होगन जीं कदी भी बदल ने सके हे अन ज्याँका बारा में परमेसर कदी जूट ने के सके हे। ईं वाते आपाँ ज्यो परमेसर का नके रकवाळी पाबा का वाते आया हे अन आपीं घणी हिम्मत राकन ज्यो आस आपणाँ हामें हे, वींने ठामी राका हाँ।