काँके मसी हात का बणई तकी पुवितर जगाँ में ने ग्यो, ज्या जगाँ हाँची पुवितर जगाँ की नकल का जस्यान हे, पण हरग में ग्यो हे, ताँके आपणाँ वाते परमेसर का हामें पेरवई वेवे।
ईंके केड़े एक ओरी हरग-दुत होना को धुपदान लेन आयो अन वेदी का नके ऊबो वेग्यो। वींने धरमिया की परातना का हाते होना की वेदी पे जो गादी का हामे ही, वींपे चड़ाबा का वाते नरोई धुप दिदो।