6 ओ केन ईसू जमीं पे थूँक्यो अन वणी थुकऊँ धुळा ने आलो किदो, अन वो धूळो वीं आंदा की आक्याँ पे लगान,
ईसू वींने भीड़ऊँ एक आड़ी लेग्या अन आपणी आँगळी वींका कान्दड़ा में नाकी अन पछे वणा थूँक्यो अन वीं मनक की जीब के हात अड़ायो।
वणा आन्दा मनक को हात पकड़्यो अन वींने गाम का बारणे लेग्या। वणा वींकी आक्याँ पे थूँक्यो। आपणो हात वींपे मेल्यो अन वींने पूँछ्यो “कई, थने दिकरियो हे?”
वणी जवाब दिदो, “ईसू नाम को एक मनक धूळो आलो करन मारी आक्याँ पे लगायो अन माराऊँ क्यो, ‘सिलोह का कुण्ड में जान धोई ले।’ तो मूँ ग्यो अन जस्यानी में धोयो तो देकबा लागो।”
ईं वाते मूँ थने सला देरियो हूँ के, थूँ माराऊँ हव होनो लेन रिप्यावाळा बणजा। पेरबा वाते धोळा गाबा भी लिले, जणीऊँ थाँरो नागोपणो ढकी जावे, ताँके थाँरो तमासो ने बणे। थाँरी आक्याँ में लगाबा का वाते दवा(सुरमो) लिले, जणीऊँ थने दिकबा लाग जावे।