21 पण माँ यो ने जाणा हाँ के, अबे यो कस्यान देके हे अन ने यो जाणा हाँ के, कणी ईंकी आक्याँ खोली। अणीऊँ पूछी लो, यो तो अबे हमजदार वेग्यो हे। आपणाँ बारा में यो खुद बता सके हे।”
अन वाँका मूँ एक लुगई ही जिंके बारा सालऊँ परदा को रोग हो, अन जणी आपणी हारी धन-दोलत वेदऊँ एलाज करबा में खरच कर नाकी, तद्याँ भी वींके आराम ने पड़्यो हो।
वटे एक मनक हो, ज्यो अड़तीस वराऊँ मांदो हो, वो वटेईस पड़्यो तको हो।
तद्याँ मनक वणीऊँ पूँछबा लाग्या, “थारी आक्याँ कस्यान खलगी?”
वींका बई-बापू क्यो, “माँ जाणा हा के, यो माँको बेटो हे अन आन्दो जनम्यो हो।
या बात वींका बई-बापू ईं वाते किदी, काँके वीं यहूदी अदिकारियाऊँ दरपता हाँ। काँके वणा एको कर मेल्यो हो के, ज्यो कुई ईसू ने मसी केन मानी, वींने परातना घरऊँ बारणे काड़्यो जाई।
ईं वाते वींका बई-बापू क्यो, “वो हमजणो हे, वणीऊँ थाँ पुछ लो।”
वटे वींने एन्यास नाम को एक मनक मल्यो, जो आट वराऊँ खुतलियाँ पे पड़ग्यो हो, जिंने लकवो वेग्यो हो।