20 वींका बई-बापू क्यो, “माँ जाणा हा के, यो माँको बेटो हे अन आन्दो जनम्यो हो।
जदी ईसू वींका बापू ने पूँछ्यो, “यो अस्यान कतराक दनाऊँ हे?” बापू जबाव दिदो, “यो बाळपणाऊँ अस्यान हे।”
वाँने यो केन पूँछ्यो, “कई यो थाँको बेटो हे? थाँ केवो के, यो जनमऊँ आंदो हो, यद्याँ आंदो हो तो अबे यो कस्यान देके सके हे?”
पण माँ यो ने जाणा हाँ के, अबे यो कस्यान देके हे अन ने यो जाणा हाँ के, कणी ईंकी आक्याँ खोली। अणीऊँ पूछी लो, यो तो अबे हमजदार वेग्यो हे। आपणाँ बारा में यो खुद बता सके हे।”