58 ईसू वाँकाऊँ क्यो, “मूँ थाँकाऊँ हाचेई केऊँ हूँ के, अबराम का जनम लेबा के, पेल्याँऊँ मूँ मोजुद हूँ।”
ईसू वाँने क्यो, “में थाँने के दिदो, पण थाँ विस्वास ने करो हो। ज्यो काम मूँ मारा बापू परमेसर का नामऊँ करूँ हूँ, वीं हाराई मारा गवा हे।
“हो बापू, मूँ छावूँ हूँ के, ज्याँने थाँ मने दिदा हे, वीं जटे मूँ हूँ वटे वीं भी मारा लारे वेवे। ताँके वीं मारी वणी मेमा ने देके ज्यो थाँ मने दिदी, काँके थाँ दनियाँ का बणावाऊँ पेल्याऊँ माराऊँ परेम किदो।
अन अबे हो बापू, थूँ आपणाँ हाते मारी मेमा वीं मेमाऊँ करज्यो दनियाँ का बणावाऊँ पेल्याई आपणाँ हाते ही।
ईं वाते में थाँकाऊँ क्यो के, थाँ खुद आपणाँ पाप मेंईस मरो, काँके यद्याँ थाँ विस्वास ने केरो के, ‘मूँ वोईस हूँ’ तो थाँ थाँके खुद का पाप मेंईस मरो।”
ईं वाते ईसू क्यो, “जद्याँ मनक का पूत ऊसो उटायो जाई, तद्याँ थाँ हमज जावो के ‘मूँ कूण हूँ’ अन यो भी जाण जावो के, मूँ मारी ओरुँ कई ने करूँ। पण मूँ ज्यो कई केवूँ हूँ, वस्यानीस केवूँ हूँ, जस्यान मारा बापू मने हिकायो हे।
ईसू वाँने क्यो, “मूँ थाँकाऊँ हाँची केवूँ हूँ, ज्यो कुई पाप करे हे, वो पाप को गुलाम हे।
मूँ थाँने हाचेई केवूँ हूँ, यद्याँ कुई मारी हिक को पालण करी, तो वो कदी ने मरी।”
हंगळी चिजाँ ने बणाबा के पेल्याई वो हो। अन हंगळी चिजाँ ने हमाळन राकबावाळो भी वोईस हे।
ईसू मसी काले आज अन हमेस्यान एक जस्यान रेई।
अवाज में अस्यान हमच्यार आरियो हो के, “जो कई भी थूँ देकरियो हे, वींने एक किताब का मयने लिकतो जा अन वींके केड़े वींने इपिसुस, स्मुरना, पिरगमुन, थुआतीरा, सरदीस, फिलोदेलफीया अन लिदिकिया की हातई मण्डळ्याँ ने खन्दा दिज्ये।”
परबू परमेसर जीं हा, अन जीं हमेस्यान हे, जीं आबावाळा हे, जीं हाराईऊँ तागतवर हे, वीं केवे हे के, “मूँईस अलफा अन ओमेगा हूँ।”
“स्मुरना की मण्डली का दुताँ ने ओ लिक। ज्यो पेलो अन आकरी हे, ज्यो मरग्यो हो, पण पाछो जीवतो वेग्यो हे, वो अस्यान केवे हे के,