55 थाँ वींने ने जाणो हो, पण मूँ वींने जाणूँ हूँ। यद्याँ मूँ केतो के, मूँ वींने ने जाणतो, तो मूँ थाँका जस्यान जूट बोलवावाळो जूटो ठेरतो। पण मूँ वींने जाणूँ हूँ अन वींका बचना को पालण करूँ हूँ।
“मारा परम बापू मने हारोई हूँप्यो हे, परमेसर के अलावा कुई बेटा ने कोयने जाणे हे, अन ने कुई बेटा के अलावा परमेसर ने जाणे हे, पण अबे वीं मनक परमेसर ने जाणे हे जाँने बेटो बतावे हे।
“मने मारा बापू हारोई हूँप दिदो हे अन कुई भी ने जाणे हे के, बेटो कूण हे? अन बाप अन बेटो कूण हे? यो भी कुई ने जाणे हे कन पसे वाँके अलावा ज्याँने बेटो बताणो छारियो हे।”
थाँको बाप तो सेतान हो अन थाँ वींकी मरजी ने पुरी करणा छावो हो। वो तो ठेटऊँ हत्यारो हो। वो कदी भी हाँच का आड़ी ने रियो, काँके वींमें हाँच कोयने हे, जद्याँ वो जूट बोले हे, तो आपणाँ हाव-भाव के तरिया बोले हे। काँके वो जूटो हे अन हरेक जूट को बाप हे।
ईंपे यहूदी नेता वाँने क्यो, “अबे माँने पको विस्वास वेग्यो हे के, थाँरा में हुगली आत्मा धस्यी तकी हे। अबराम अन परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळा तो मरग्या, पण थूँ केवे हे के, ‘यद्याँ कुई मारी हिक ने मानी, तो वो कदी ने मरी।’
काँके मूँ अटने-वटने फरतो तको थाँकी पूजबा की चिजाँ ने देकरियो हो, तो एक अस्यी वेदी भी देकी जिंपे मण्ड्यो हे, “अणजाण परमेसर के वाते।” ईं वाते थाँ जिंने बना जाण्या पूजो हो, मूँ थाँने वींको हव हमच्यार हूँणऊँ हूँ।
काँके परमेसर क्यो हो के, “अन्दारा में उजितो चमकी” अन वोईस आपणाँ हरदा में चमक्यो हे, जणीऊँ आपाँने ईसू मसीऊँ परमेसर की मेमा का वाते ग्यान को उजितो मल सके।