5 मूसा का नेम माने आग्या देवे हे के, अस्यी लुगई ने भाटा ठोकन मार देणी छावे। तो ईं वाते थूँ अणी बारा में कई केवे हे?”
ईं वाते वींको घर–धणी युसुप ज्यो धरमी मनक हो अन वींने बदनाम ने करबो छातो हो, ईं वाते वो छानो–मानो वींने छोड़बा को बच्यार किदो।
“यो मती होचो के, मूँ मूसा का नेम कन परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळा की बाताँ ने खतम करबा ने आयो हूँ, पण वाँने पुरी करबा ने आयो हूँ।
अन वणा ईसुऊँ क्यो, “हो गरुजी, या लुगई कुकरम करती तकी पकड़ागी हे।