49 ईसू वाँने क्यो, “मारा में हुगली आत्मा कोयने हे। मूँ मारा बाप ने मान देवूँ हूँ। अन थाँ मारी बेजती करो हो।
ओ हुणन ईसू क्यो, “या मांदकी लाजर के मरबा की ने, पण परमेसर की मेमा का वाते हे, काँके वणीऊँ परमेसर का बेटा की मेमा वेई।”
हो बापू, थाँका नाम की मेमा बतावो।” तद्याँ हरग या अवाज अई, “में मारी मेमा बतई हे अन ओरू भी बताऊँ।”
ज्यो कई थाँ मारा नामऊँ मांगो, वो मूँ करूँ, ताँके पूत की वजेऊँ परमेसर की बड़ई वेवे।
ज्यो काम थाँ मने करबा ने दिदो हो, वींने पूरो करन में धरती पे थाँकी मेमा परगट किदी हे।
लोग-बाग वींने क्यो, “थाँरा में हुगली आत्मा धस्यी तकी हे। कूण हे ज्यो थने मारणो छावे हे?”
जणी मने खन्दायो हे, वो मारे नके हे। वणी मने कदी एकलो ने छोड़्यो, काँके मूँ हमेस्यान वोईस करूँ हूँ, ज्यो वींने भावे हे।”
अन वे थरप्या तका यहूदी सबाऊँ राजी वेन पराग्या काँके, परमेसर वाँने ईसू का नाम का वाते अपमान भोगबा का जोगा मान्याँ हे।
कई थाँ खुद ने जाणो हो के, यद्याँ कुई मनक आपणाँ बाल मोटा वेबा दे, तो आ वींका वाते हरम की बात हे।
अन जणी देह ने ईं धरती में गाड़ी जावे हे, वाँ कमजोर अन बना आदर की देह हे अन जद्याँ वाँ देह पाच्छी जीवती वेई तो वाँ मेमावान अन जोरावर वेई।
जद्याँ वाँकी बेजती किदी गी, तो भी वणा किंकीई बेजती ने किदी। जद्याँ वीं दुक जेलरिया हा, तो भी वणा किंने भी धमकी ने दिदी, पण वणा आपणाँ खुद ने हाँचा न्याव करबावाळा परमेसर ने हूँप दिदा।