42 ईसू वाँने क्यो, “यद्याँ परमेसर थाँको बाप वेतो, तो थाँ माराऊँ भी परेम करता, काँके मूँ परमेसर का आड़ीऊँ आयो हूँ अन अटे हूँ। मूँ मारी मरजीऊँ ने आयो, पण मने वणा खन्दायो हे।
काँके ज्यो बचन थाँ मने दिदो, में वाँने वोईस बचन दिदो। अन वणा वींको विस्वास किदो। अन वीं ईं हाँच ने जाण लिदो हे के, मूँ थाकी आड़ीऊँ आयो हूँ, अन विस्वास कर लिदो हे के, थाँईस मने खन्दायो हे।
ईं वाते हाराई लोग-बाग जस्यान परमेसर को आदर-मान करे हे वस्यानीस मारो भी आदर-मान केरी। ज्यो मारो आदर-मान ने करे हे, वीं वणा परमेसर को भी आदर-मान ने करी, जणा मने खन्दायो हे।
ईसू वाँने क्यो, “मूँ मारी गवई पलई देवूँ, पछे भी मारी गवई मानबा जोगी हे, काँके मूँ जाणूँ हूँ के, मूँ कटाऊँ आयो हूँ अन कटे जाऊँ। पण थाँ ने जाणो हो के, मूँ कटाऊँ आयो हूँ अन कटे जाऊँ।
अणी बात ने भी आपाँ जाणा हाँ के, परमेसर का बेटा ईसू मसी आया अन आपाँने हमज दिदी, जणीऊँ हाँचा परमेसर ने जाण सका अन आपाँ वींके हाते रेवा ज्यो हाँचो हे मतलब वींका बेटा ईसू मसी का हाते। योईस हाँचो परमेसर अन अनंत जीवन देबावाळो हे।
ईंका केड़े वीं हरग-दुत मने जीवन देबावाळा पाणी की एक नंदी बतई। वाँ नंदी बिल्लोर का काँस जस्यान चमकती तकी पुवितर ही। वा नंदी परमेसर अन उन्याँ का वटेऊँ निकळन नगर की हड़क का वसा-वस वेती ही।