थाँको बाप तो सेतान हो अन थाँ वींकी मरजी ने पुरी करणा छावो हो। वो तो ठेटऊँ हत्यारो हो। वो कदी भी हाँच का आड़ी ने रियो, काँके वींमें हाँच कोयने हे, जद्याँ वो जूट बोले हे, तो आपणाँ हाव-भाव के तरिया बोले हे। काँके वो जूटो हे अन हरेक जूट को बाप हे।
आपाँने केन का जस्यान ने वेणो हे, ज्यो सेतान का आड़ीऊँ हो, जणी आपणाँ भई ने मार दिदो हो। काँके वींके भई का काम धरम का हा अन केन का काम बुरा हा, ईं वजेऊँ वणी वींने मार नाक्यो।