35 मालिक का घर में कुई गुलाम हक ने जमा सके हे, पण मालिक का पूत को हमेस्यान हक रेवे हे।
ईंपे बाप वणीऊँ क्यो, ‘हे बेटा, थूँ हमेस्यान मारा हाते रियो हे अन ज्यो कई मारो हे वो हारो थाँरोईस तो हे।
काँके थाँको पुराणो मनकपणो तो मरग्यो हे अन थाँको नुवो जीवन ईसू मसी का हाते परमेसर का नके हे।
पण ईसू हमेस्यान हे, ईं वाते वाँको याजकपणो भी हमेस्यान हमेस्यान बण्यो तको रेई।