45 जद्याँ मन्दर का चोकीदार पाच्छा आग्या, तो मुक्य याजकाँ अन फरीसियाँ वाँकाऊँ पूँछ्यो, “थाँ वींने पकड़न काँ ने लाया?”
पतरस छेटी-छेटी वाँका पाछे-पाछे मायाजक की गवाड़ी तईं ग्यो, अन मयने जान नतीजो देकबा का वाते पेरादारा का हाते बेटग्यो।
पण वणा मूँ कुई फरीसियाँ का नके जान ईसू का ईं काम को हमच्यार दिदो।
ईंपे मुक्य याजकाँ अन फरीसियाँ मोटी सबा बलान क्यो, “आपणाँ ने कई करणो छावे? यो मनक घणा परच्या बतारियो हे।
फरीसी जद्याँ मनकाँ ने ईसू का बारा में छाने-छाने बाताँ करता तका हुण्या, तो वणा अन मुक्य याजकाँ ईंस ने पकड़बा का वाते मन्दर का चोकीदाराँ खन्दाया।
या बात वींका बई-बापू ईं वाते किदी, काँके वीं यहूदी अदिकारियाऊँ दरपता हाँ। काँके वणा एको कर मेल्यो हो के, ज्यो कुई ईसू ने मसी केन मानी, वींने परातना घरऊँ बारणे काड़्यो जाई।