यो यहुन्नो वोईस हो जिंका वाते परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळे यसाया बताते तके क्यो हो के, “हुन्ना काँकड़ में एक बोलबावाळा को हाको हुणारियो हो के, ‘परबू को गेलो त्यार करो अन वींकी हड़क हुदी करो।’”
जस्यान यसाया परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळा लिक्यो हो, वींके जस्यान यहुन्ने वाँकाऊँ क्यो, “मूँ काँकड़ में एक हाका करबावाळा की वाणी हूँ के, ‘थाँ परबू का वाते गेलो हुदो करो।’”
ईसू वींने जवाब दिदो, “यद्याँ थूँ परमेसर का दान ने जाणती, अन ओ भी जाणती वो कुई हे, ज्यो थाँराऊँ केवे हे, ‘मने पाणी पा’, तो थूँ वणीऊँ मांगती अन वो थने जीवन को जळ देतो।”
तद्याँ ईसू मन्दर में हिक देता तका जोरऊँ क्यो, “थाँ केवो हो के, थाँ हाँची में मने जाणो हो अन यो भी जाणो हो के, मूँ कटा को हूँ। मूँ खुद आपणाँ आड़ीऊँ ने आयो, पण मने खन्दाबावाळो हाँचो हे। वींने थाँ ने ओळको हो।
अन खाणो खाया केड़े अणीस तरियाँ वणा प्यालो लिदो अन क्यो, “यो प्यालो मारा लुई में एक नवो करार हे। जद्याँ भी थाँ ईंमेंऊँ पियो, तद्याँ मने आद करबा का वाते अस्यान करता रेज्यो।”
ईंका केड़े वीं हरग-दुत मने जीवन देबावाळा पाणी की एक नंदी बतई। वाँ नंदी बिल्लोर का काँस जस्यान चमकती तकी पुवितर ही। वा नंदी परमेसर अन उन्याँ का वटेऊँ निकळन नगर की हड़क का वसा-वस वेती ही।
पुवितर आत्मा अन लाड़ी केवे हे, “आ।” अन ज्यो ईंने हुणे हे, वीं भी केवे, “आ।” अन ज्यो तरियो हे वो भी आवे अन ज्यो कुई छाई, वो जीवन को पाणी फोकट में पिया करी।