3 ईं वाते ईसू का भई वणीऊँ क्यो, “थूँ अटेऊँ यहूदियाँ परदेस परोजा, ताँके ज्यो काम थूँ करे हे, वींने थने मानबावाळा भी देक सके।
अबाणू तईं ईसू मनकाँ की भीड़ऊँ बाताँ कररियो हो, तद्याँ वाँकी बई अन भई बारणे ऊबा हा अन वाँकाऊँ बाताँ करणा छाता हा।
जद्याँ वाँका परवार का लोगाँ यो हुण्यो, तो वीं वाँने लेबा निकळग्या, काँके कुई मनकाँ क्यो के, वींको मन ठाणे कोयने हे।
वीं दाण वींकी बई अन वींका भई वटे आया अन बारणे ऊबा रेन वींने मयनूँ बलायो।
तद्याँ ईसू की बई अन भई वाँका नके आया, पण भीड़ का मस वीं वाँका नके ने जा सक्या।
ईं वाते कणी ईसू ने क्यो के, “थाँकी बई अन थाँका भई बारणे ऊबा हे थाँकाऊँ मलणा छारिया हे।”
ईसू अन वींका चेला ने भी वीं ब्याव में नुत्या ग्या हा।
ईसू पे विस्वास करबावाळा मूँ घणा जणा यो हुणन क्यो के, “या हिक घणी अबकी हे। ईंने कूण मान सके?”
ईं बात की वजेऊँ ईसू का पाच्छे चालबावाळा नरई वींने छोड़न पराग्या अन कदी भी वीं पाच्छा ने आया।
ईंका केड़े जद्याँ वींका भई तेवार में पराग्या, तो वो भी छानो-मानो वटे परोग्यो।
यद्याँ कुई भी मनक प्रसिद वेणो छावे तो वो छुपन कई ने करे। थूँ यो काम करे हे, तो आपणाँ खुद ने दनियाँ का हामे परगट कर।”
काँके वींका भई भी वींको विस्वास ने करता हा।
पतरस वाँ ग्याराई चेला की लारे ऊबो वेन जोरऊँ केबा लागो, “ओ यहूदी लोगाँ अन यरूसलेम का रेवास्याँ ईं बात को पतो थाँने पड़बा दो अन थाँ कान लगान मारी हुणो।