“मूँ थाँका हाराई का वाते ने केवूँ हूँ, जाँने में चुण लिदा वाँने मूँ जाणूँ हूँ, पण यो ईं वाते हे के, पुवितर सास्तर को यो लेक पूरो वे, ‘ज्यो मारा रोटा खावे हे, वीं मारा पे लात उठई।’
जद्याँ ईसू अन वींका चेला हाजकाँ की टेम में खाणो खारिया हा, वीं टेम समोन का पूत यहूदा इसकरियोती का मन में सेतान ईसू ने धोकाऊँ पकड़वाबा की बाताँ नाक दिदी ही।
थाँ मने ने चुण्यो पण में थाँने चुण्या हे अन थाँने ठेराया हे के, थाँ अस्या फळ-फळो जीं हमेस्या बण्या रेवे। तद्याँ थाँ मारा नामऊँ ज्यो कई बापऊँ मांगो, वो थाँने दे।
यद्याँ थाँ दनियाँ का वेता, तो दनियाँ थाँकाऊँ परेम राकती। पण ईं वाते के, थाँ दनियाँ का ने हो पण में थाँने दनियाँ मेंऊँ चुण लिदा हे ईं वाते दनियाँ थाँकाऊँ दसमणी राके हे।
जद्याँ मूँ वाँका लारे हो, तो में थाँका नाम की तागतऊँ ज्यो थाँ मने दिदो हे, वाँकी रुकाळी किदी। में वाँने हमाळ राक्या अन बेस वीं मनक छोड़न ज्यो नास का आड़ी लेजाबावाळा गेले चाल पड़्यो, ओर किंकोई नास ने व्यो, ईं वाते के पवितर सास्तर में ज्यो बतायो ग्यो वो पूरो वेवे।
पण थाँकामें नरई अस्या हे जीं विस्वास ने करे।” काँके ईसू पेल्याऊँ ओ जाणतो हो के, वीं कुई हे, ज्यो विस्वास ने करी। अन वो कुई हे ज्यो वींने धोकाऊँ पकड़वाई।
थाँको बाप तो सेतान हो अन थाँ वींकी मरजी ने पुरी करणा छावो हो। वो तो ठेटऊँ हत्यारो हो। वो कदी भी हाँच का आड़ी ने रियो, काँके वींमें हाँच कोयने हे, जद्याँ वो जूट बोले हे, तो आपणाँ हाव-भाव के तरिया बोले हे। काँके वो जूटो हे अन हरेक जूट को बाप हे।
ज्यो भी मनक पाप करतो रेवे हे, वो सेतान को हे, काँके सेतान सरुआतऊँ पाप करतो आयो हे। ईं वाते तो परमेसर को बेटो परगट व्यो, ताँके वो सेतान का कामाँ ने नास कर देवे।