64 पण थाँकामें नरई अस्या हे जीं विस्वास ने करे।” काँके ईसू पेल्याऊँ ओ जाणतो हो के, वीं कुई हे, ज्यो विस्वास ने करी। अन वो कुई हे ज्यो वींने धोकाऊँ पकड़वाई।
थाँ वींने ने जाणो हो, पण मूँ वींने जाणूँ हूँ। यद्याँ मूँ केतो के, मूँ वींने ने जाणतो, तो मूँ थाँका जस्यान जूट बोलवावाळो जूटो ठेरतो। पण मूँ वींने जाणूँ हूँ अन वींका बचना को पालण करूँ हूँ।
पण परमेसर की पाकी नीम हाले कोयने, जिंपे आ छाप लागरी हे के, “परबू आपणाँ मनकाँ ने जाणे हे,” अन, “ज्यो कुई परबू को नाम लेवे हे, वींने बुरा कामऊँ बच्यो तको रेणो छावे।”