40 काँके याईस मारा बाप की मरजी हे के, ज्यो कुई बेटा ने देके, अन वींपे विस्वास करे, वीं अनंत जीवन पावे। अन मूँ खुद वाँने अन्त का दन में पाछो जीवाई देऊँ।”
ईसू वींने क्यो, “जीवन मारा में हे अन मरिया केड़े पाछो जीवतो वेणो मारा में हे। ज्यो कुई मारा पे विस्वास करी, वीं यद्याँ मर भी जाई तद्याँ भी पाच्छा जी उटी।
वाँ पुवितर आत्मा हे। ज्या दनियाने ने मल सके हे, काँके दनियाँ वींने ने देक सके हे अन ने ओळके हे। पण थाँ वींने ओळको हो, काँके वाँ थाँका लारी रेई अन वाँ थाँकामें वास करी।”
“मूँ थाँने सई-सई केवूँ हूँ, ज्यो मारा बचनाँ ने हुणन मारा खन्दाबावाळा को विस्वास करे हे, वो अनंत जीवन पावे हे। अन वाँने दण्ड ने दिदो जाई, पण वीं मोतऊँ छेटी वेन जीवन में परवेस करग्या हे।
वीं खाणा वाते मेनत मती करो, ज्यो वासी जावे हे। पण वीं खाणा का वाते मेनत करो, ज्यो अनंत जीवन का वाते हे। अन यो खाणो मनक को पूत थाँने देई, काँके परमेसर वींने यो अदिकार दिदो हे।”
काँके परमेसर क्यो हो के, “अन्दारा में उजितो चमकी” अन वोईस आपणाँ हरदा में चमक्यो हे, जणीऊँ आपाँने ईसू मसीऊँ परमेसर की मेमा का वाते ग्यान को उजितो मल सके।
विस्वास करबा को अरत हे के, जणा चिजाँ की आपाँ आस लगा राकी हे, वीं आपाँने मलगी हे ईंको भरोसो कराँ हा। अन जीं चिजाँ ने आपाँ देक ने सका, पण आपाँने वाँको मलबा को पूरो भरोसो हे।
अन जद्याँ थाँ वींने देक्यो ने हे, तो भी थाँ वाँकाऊँ परेम करो हो अन अबाणू भी वींने ने देक पारिया हो, तो भी थाँ वींपे विस्वास करन अस्यान राजी-खुसी वेवो हो के, जिंको बखाण ने किदो जा सके हे, जो मेमाऊँ भरियो तको हे।